अपना पूर्वांचल महासंघ

अपना पूर्वांचल महासंघ 
अपना पूर्वांचल महासंघ देश – विदेश के सर्वसमाज के पूर्वांचल निवासी औऱ प्रवासी पूर्वांचल वासियों का संगठन है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के विकास के प्रति समर्पित गैर राजनीतिक संगठन है। इसके माध्यम से पूर्वांचल में शिक्षा, व्यवसाय, रोजगार, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण, स्वावलंबन, हर हाथ को रोजगार, समाज मे जागरूकता, जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच समन्वय जैसे अनेकों उपक्रम संचालित किए जाते हैं।
 
  • पूर्वांचल को गौरवशाली और वैभवशाली बनाने का अभियान है।
  • गैर राजनीतिक, सर्वसमावेशी प्रयास है।
  • आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक और मानव विकास का अभियान है।
  • शिक्षा, स्वास्थ्य, मूलभूत सुविधाएं, रोजगार, हर व्यक्ति के जीवन को अर्थपूर्ण स्थान दिलाने की जिद है अपना पूर्वांचल महासंघ।
  • निवासी और प्रवासी संगम और समागम है.
उद्देश्य
 
  1.  निवासी और प्रवासी पूर्वांचलवासियों को एक मंच पर लाकर एक सूत्र में पिरोना। 
  2.  पूर्वांचल की आर्थिक समृद्धि के लिए पूँजी निवेश लाना, लघु उद्योग, मझोले उद्योग, व्यापार और सेवा क्षेत्र में स्थाई रोजगार के अवसर सृजन करना।
  3. सरकारी, निजी और सामाजिक सहभागिता से विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सड़कें, पुल, बांध, फ्लाईओवर, आद्योगिक प्रतिष्ठान, शिक्षा, स्वास्थ्य, मनोरंजन, कला, संस्कृति और पर्यटन का विकास करना।
  4. सभी 28 जिलों में आवश्यकता, संसाधन, प्राकृतिक उत्पादों के अनुसार कृषि और अकृषि औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और संचालन।
  5. बैंकिंग, कृषि, डेयरी, लघु उद्योग आदि के लिए कोऑपरेटिव संस्थाओं की स्थापना, पुनर्गठन और संचालन करना।
  6. शिक्षा व्यवस्था को स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से अधिक रोजगार और स्वरोजगार के अनुसार बदलना। उच्च गुणवत्ता, नकल और भ्रष्टाचार मुक्त शिक्षा हर पूर्वांचल वासी के जीवन का हिस्सा बनाना।
  7. सामाजिक क्रांति के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों, अज्ञानता, उपेक्षा, शोषण, अंधविश्वास, रूढ़िवादिता, जातिवाद औऱ धार्मिक उन्माद को खत्म करना।
  8. उच्च गुणवत्ता वाले रिसर्च सेंटर और सर्वांगीण मानव विकास केंद्र संचालित करना।
  9. युवाओं में योग, खेल, प्रतियोगी परीक्षाओं और प्रतिभा विकास को बढ़ावा देना। उन्हें नशे और अपराध से विमुख होकर जीना सिखाना।
  10. धर्म और अध्यात्म के केंद्रों, साहित्य और प्रबोधन को बढ़ावा देना। वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं और बच्चों का जीवन स्तर बेहतर और खुशहाल बनाना।
  11. आने वाले 2 वर्षों में लगभग पूर्वांचल के हर जिले में एक रोल मॉडल ग्रामसभा तैयार करना। हर ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि को प्रशिक्षण देना। गांव को पूरी तरह से ऑप्टिक फाईबर नेटवर्क से जोड़कर डिजिटल बनाना। पंचायत राज कानून के सभी 29 विषयों को लागू करवाना। 
  12. प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार, सक्रिय, जनता से सीधे जोड़ने के लिए एक दबाव समूह (प्रेशर ग्रुप) की तरह काम करना।